सैफ अली खान की दाढ़ी ने 'बंटी और बबली 2' के गाने में डाला खललः रानी मुखर्जी

साल 2005 में बबली के रूप में पर्दे पर लोगों को ठगने और दर्शकों के दिल लूटने वाली ऐक्ट्रेस अब डेढ़ दशक बाद फिर इस अवतार में नजर आई हैं, '' में। कोविड के चलते दो साल के लंबे इंतजार के बाद अब इस फिल्म ने सिनेमाघरों में दस्तक दी है। ऐसे में, ठगी के नए कारनामे दिखाने आ रहीं रानी से हमने की खास बातचीत: पिछले कुछ सालों से आप 'मर्दानी', 'हिचकी' जैसी गंभीर, मुद्दे वाली फिल्में ही कर रही थीं। बंटी और बबली 2 में एक अरसे बाद कमर्शल मसाला फिल्म में नजर आएंगी। करियर के इस पड़ाव पर आपका फिल्म चुनने का पैमाना क्या होता है? मेरे लिए सबसे जरूरी दो बातें होती हैं। एक तो मुझे कहानी पसंद आनी चाहिए। दूसरे जो किरदार मुझे ऑफर किया जा रहा है, वो ऐक्टर के तौर पर मुझे चैलेंज करे। अगर मुझे लगता है कि ये कहानी मुझे पसंद है और मेरे किरदार में कुछ चैलेंजिंग बात है, तो मैं कर लेती हूं। इस फिल्म की शूटिंग के दौरान एक और अलग चुनौती पेश आई, कोविड की, जो किसी ने नहीं सोचा था... बिल्कुल, उसकी वजह से हमारा शूट थम गया, क्योंकि हमारी फिल्म मार्च के आखिर में पूरी होनी थी, पर 13 मार्च से ही बातें शुरू हो गई थी कि घर में बैठना चाहिए। 13 को ही हमारा एक गाना शूट होना था, पर लोग इतने डर गए थे कि कोई शूटिंग के लिए तैयार नहीं था, तो 13 मार्च से हमारी शूट कैंसिल हो गई। फिर हमने लॉकडाउन में सितंबर में शूटिंग करके फिल्म पूरी की। एक गाना बच गया था, क्योंकि सैफ 'आदि पुरुष' और 'भूत पुलिस' करने में बिजी हो गए, तो उनकी कन्टीन्यूटी नहीं बन पा रही थी, तो हमने अब जाकर वह गाना शूट किया जब उनकी दाढ़ी कटी है (हंसती हैं)। इस दौरान कई फिल्में ओटीटी पर रिलीज हुईं, पर आप लोग फिल्म को थिएटर में रिलीज करने के लिए रुके रहे। कितना मुश्किल फैसला था ये? इसका पूरा श्रेय आदी (निर्माता और पति आदित्य चोपड़ा) को जाता है, क्योंकि वे डटे रहे कि हमारा बिजनेस थिएटर्स का है। हमारा जो सिनेमा है, वह हम बड़े पर्दे पर ही इंजॉय कर सकते हैं, तो वे दो साल तक डटे रहे, इसलिए मैं उम्मीद कर रही हूं कि हमारी पिक्चर ब्लॉकबस्टर हो, ताकि उनकी जो कमिटमेंट थी कि नहीं, हम थिएटर में ही फिल्म रिलीज करेंगे, वह सही साबित हो, क्योंकि ओटीटी से बहुत पैसे भी मना करने पड़े और वह आसान नहीं होता है। इसलिए, मैं चाहती हूं कि उन्होंने जो ये फैसला लिया है, वह रंग लाए और ऑडियंस सचमुच में हमें बहुत सारा प्यार दे। कोविड का समय इंडस्ट्री और बहुत से लोगों के लिए काफी मुश्किल रहा। आपका इस दौरान क्या अनुभव रहा? क्या सीखा? ये जो दो साल थे, उसमें एक तो मैंने अपनी पिक्चरें पूरी की। 'बंटी और बबली 2' के अलावा मैंने एक और फिल्म मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे पूरी की। इसके अलावा, अपनी बच्ची के साथ ऑनलाइन क्लासेज करनी पड़ी। जब लॉकडाउन हुआ था, तब वह नर्सरी में थी और अब के2 में है, तो उसके पूरे दो साल ऑनलाइन में ही गए। उनके लिए बहुत अजीब सा माहौल था, क्योंकि बच्चों के लिए ये उम्र बहुत अहम होती है, जब वे अपने मां-बाप से दूर जाकर इंडिपेंडेंट होना सीखते हैं। स्कूल में टीचर्स से मिलना, दोस्त बनाना, सोशल स्किल सीखना, तो उनके लिए ये धक्का आया। हमने बहुत कोशिश की है कि बच्ची पर इसका असर न पड़े, पर वह तो बाद में ही पता चलेगा कि कितना असर पड़ा है। हमें बहुत कुछ सीखने को मिला है कि जब कठिन समय आता है, तो लोग किस तरह साथ जुड़कर एक-दूसरे की मदद करते हैं, तो पॉजिटिविटी बहुत दिखी। वाकई मुश्किल वक्त था, किसी ने अपनों को खोया, किसी की जॉब चली गई, कई लोगों को इस दौरान दो वक्त की रोटी मिलना मुश्किल हो गया, तो इस दो साल में बहुत कुछ हुआ है, लेकिन हम जितना कर पाए, हमने किया। के साथ भी आपने 13 साल दोबारा काम किया। इतने साल बाद काम करने में क्या नयापन रहा? सैफ और मैं, एक-दूसरे को इतने सालों से जानते हैं, इतने सालों बाद काम करके हमें फिर अपनी केमिस्ट्री समझ में आई। हमारे बीच एक-दूसरे के लिए प्यार और सम्मान है, जो स्क्रीन पर भी आपको नजर आएगा। सैफ की कॉमिक टाइमिंग कमाल है, तो उनके साथ काम करके मुझे हमेशा मजा ही आता है। क्या 'बंटी और बबली' के पुराने को स्टार्स (अभिषेक और अमिताभ बच्चन) को मिस किया? बिलकुल, मिस तो किया ही, लेकिन इस फिल्म में एक बिलकुल नया पहलू है। हालांकि, हम हमेशा ही उन्हें मिस करेंगे, क्योंकि वे ओरिजिनल बंटी बबली के हैं, लेकिन कुछ कारणवश वे फिल्म नहीं कर पाए। जब हम फिल्म बना रहे थे, तब उनकी डेट या पता नहीं क्या इशू था, लेकिन हम तो हमेशा मिस करेंगे। मैं हाल ही में अंकल से (बिग बी) भी मिली, केबीसी के दौरान तो बोल रहे थे कि उनको भी प्रोमो बहुत पसंद आया। 15 साल बाद दोबारा पर्दे पर बबली बनकर पहले की क्या यादें ताजा हुईं? मेरे लिए विम्मी का जो किरदार है, वह बहुत करीब है और मेरे निभाए पसंदीदा किरदारों में से है। मैं खुशनसीब हूं कि 15 साल बाद ही इसका सीक्वल बन गया, तो दोबारा मुझे ये किरदार करने का मौका मिल गया, पर यहां 10 साल आगे की कहानी है। विम्मी को आप 10 साल के बाद देखेंगे कि उसमें क्या बदलाव हुआ है। हालांकि, उसका जो फैशन है, उसके जो जलवे हैं, वह बरकरार है, पर वक्त के साथ एक बदलाव भी आपको दिखेगा। कुछ जगहों पर आपकी आंखों में आंसू भी आएंगे, पर चेहरे पर मुस्कान भी आएगी, तो मुझे बहुत मजा आया, क्योंकि मेरा किरदार बहुत अच्छे से लिखा गया है। क्या असल जिंदगी में आपको कभी किसी ने ठगा है? नहीं। मेरी आंखें देखकर ही सब डरकर भाग जाते हैं।


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